Quantcast
Channel: Dwarka Parichay
Viewing all articles
Browse latest Browse all 12388

सैफ के साथ काम करना प्राथमिकता नहीं: करीना

$
0
0

प्रेमबाबू शर्मा  

बॉलीवुड की जानी मानी अभिनेत्री करीना कपूर का कहना है कि वह अब अच्छी स्क्रिप्ट वाली फिल्मों में काम करना चाहती हैं।

वर्ष 2000 में प्रदर्शित फिल्म ‘रिफ्यूजी’ से बॉलीवुड में अपने करियर की शुरुआत करने वाली करीना कपूर को फिल्म इंडस्ट्री में आये हुए एक दशक से अधिक का समय हो गया है। करीना इन दिनों अपनी आने वाली फिल्म ‘सिंघम रिटर्नस’ के प्रमोशन में व्यस्त हैं। यह फिल्म 15 अगस्त को प्रदर्शित होगी। हाल में ही उनसे बातचीत हुई प्रस्तुत है अंश:

चर्चा है कि आप फिल्मों को लेकर काफी चूजी है?
इसमें कोई बुराई नही है। यदि फिल्म की स्क्रिप्ट अच्छी हो तो निश्चित तौर पर उस फिल्म में काम करना पसंद करूंगी। मैं अपने हिसाब से अच्छी स्क्रिप्ट वाली फिल्मों में काम करना चाहती हूं। यही कारण रहा है कि हाल में मैंने छह फिल्मों के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है।

सैफ अली खान से शादी करने के बाद आप कम फिल्में स्वीकार रही है, इसकी कोई खास वजह ?
शादी के बाद मैं एक समय में केवल एक या दो फिल्मों में काम कर रही हूं। मैं अधिक फिल्मों में काम नहीं कर सकती। यह मेरा अपना निर्णय है और मुझे लगता है कि लोगों को इसका सम्मान करना चाहिए।

अपने शौहर के साथ कई फिल्में करने के बाद क्या आपकी प्राथमिकता उनके साथ काम करने की है?
मैनें  सैफ के साथ ‘टशन’, ‘कुर्बान’ और ‘एजेंट विनोद’ जैसी कुछ फिल्मों में काम किया है और अब उनके साथ एक और फिल्म ‘हैपी इनडिंग‘ में नजर आऊॅगी। इस फिल्म में मैं कैमियों किरदार में हॅू। लेकिन पति के साथ काम करना हमारी प्राथमिकता सूची में नहीं है।

फिल्म ‘‘सिंघम रिटन्र्स’’ से जुड़ने की कोई खास वजह?
मैनें  इस फिल्म में अभिनय करना स्वीकार किया, क्योंकि इसके निर्देशक रोहित शेट्टी हैं.हर अभिनेत्री उनके साथ काम करना चाहती है.उन्होने मेरे कैरियर में ‘गोलमाल रिटर्न’और ‘गोलमाल 3’ यह दो बड़ी हिट फिल्में दी हैं और अब यह तीसरी हिट फिल्म होगी.‘‘सिंघम रिटन्र्स’’में रोहित शेट्टी ने मुझे बहुत ही रोचक व बेहतरीन चरित्र दिया है.सच तो यह है कि रोहित शेट्टी शेट्टी ने खासतौर पर मेरे लिए यह चरित्र लिखा है.यह काफी काॅमिक चरित्र है.

फिल्म ‘‘सिंघम रिटन्र्स’’ के अपने चरित्र को लेकर क्या कहेंगी?
मैंने इस फिल्म में एक महाराष्ट्यिन लड़की अवनी का चरित्र निभाया है,जो कि एक हेअर ड्रेसर है. बड़ा प्यारा चरित्र है. अवनी बहुत बोलती है. जबकि बाजीराव सिंघम बहुत कम बोलते हैं. अवनी किस तरह सिंघम को अपने प्यार में फांसने की कोशिश करती हैं, यही कहानी हैं.

तो आपने इस फिल्म के लिए मराठी भाषा भी सीखी होगी?
मेरा पात्र महाराष्ट्यिन है, इसलिए मैं मराठी भाषा बोलते हुए नजर आने वाली हूँ मैने मराठी भाषा शूटिंग के दौरान सेट पर ही सीखी.हमारी युनिट में कई मराठी भाषी लोग हैं. मैं बहुत जल्दी भाषाएं सीख लेती हूँ. इस फिल्म में मैने काफी मराठी गालियां भी बकी हैं.तो यह बहुत फन रहा.

अब तो आप रिक्शा भी चला रही है?
जी हाॅ!अब मुझे एक दूसरा जाॅब मिल गया.मैं चाहॅूं तो पहली भारतीय महिला रिक्शा चालक बन सकती हूँ.

आप ज्यादातर कमर्शियल फिल्में ही करती हैं?
कमर्शियल फिल्में ज्यादा महत्वपूर्ण होती हैं. दर्शक सिनेमा देखते समय मनोरंजन चाहता है.मेरे लिए तो गर्व की बात है कि मैने आमीर खान, सलमान खान, अजय देवगन सहित कई कलाकारों के साथ कमर्शियल फिल्में की और हर फिल्म में मेरे किरदारों की अहमियत रही है.हर फिल्मकार और कलाकार मुझे एक अदाकारा के रूप में इज्जत देता है. दर्शक भी मुझे कमर्शियल फिल्मों में देखना पसंद करते हैं.

‘‘सिंघम रिटर्न’’  के चरित्र में एक्शन भी है?
वैसे तो मेरा चरित्र काॅमेडी वाला है,पर थोड़ा बहुत एक्शन भी है.पर इसमें मराठी गालियाॅं बहुत हैं.यह फन फिल्म.

लेकिन आपको नहीं लगता कि इस तरह की एक्शन  व मसाला प्रधान फिल्मों  में हीरोइन के हिस्से में करने के लिए कुछ होता नहीं है?
पर इस फिल्म में ऐसा नहीं है.यह एक मनोरंजक फिल्म है.जिसमें मेरा चरित्र उतना ही अहम है,जितना फिल्म के हीरो अजय देवगन का चरित्र अहम है. फिर आप सिर्फ बालीवुड फिल्मों की ही बात क्यों करते हैं? हालीवुड में भी बाॅर्न आइडेंटीटी हो या बाॅर्न सुप्रीमैसी हो या जेम्स बाॅड हो..उनकी कमर्शियल व मसाला फिल्मों में हीरोईनों को करने के लिए कुछ नहीं होता है. फिर भी एंजिला जाॅली सहित सभी अभिनेत्रियां अभिनय करती हैं.हर टाॅप स्टार इस तरह की फिल्में करता हुआ नजर आता ही है.एक्शन फिल्म का यह अर्थ नहीं होता कि हीरोईन के हिस्से में करने को कुछ नहीं होता.एक हीरोईन को अपनी अभिनय प्रतिभा को दिखाने के लिए ‘हीरोईन ओरिएंटेड’ फिल्म करना जरुरी नहीं होता.इस तरह की एक्शन व मसाला फिल्मों का हिस्सा बनने के लिए ढेर सारा टैलेंट, पेशेंस, टाॅलरेंस आदि की जरुरत पड़ती है.

‘जब वी मेट’ के मुकाबले‘ सिंघम रिटर्न’ जैसी फिल्मों को आप छुट्टी मनाते हुए काम करना या पिकनिक मनाने जैसा मानती हैं?
ऐसा नहीं है. कमर्शियल मसाला फिल्मों में काम करने का अपना एक अलग चार्म होता है. मुझे कमर्शियल मसाला फिल्में करना पसंद है. मेरे कैरियर में लोगो ने मुझे कमर्शियल मसाला फिल्मों में ज्यादा पसंद किया.फिर चाहे वह‘गोलमाल 3’हो या ‘बाॅडीगार्ड’ हो या इतना ही नहीं इन फिल्मों में मेरे लिए करने को बहुत कुछ रहा. इन फिल्मों में हीरोईन हमेशा प्राॅमीनेंट रही.यहाॅं तक कि ‘बाॅडीगार्ड’में तो अंततः सलमान खान और मेरे बीच एक प्रेम कहानी है.मैं तो मसाला फिल्में करते हुए बहुत इंज्वाॅय करती हॅूं.

‘जब वी मेट’,‘गोलमाल’और ‘‘सिंघम रिटन्र्स’के चरित्रों को किस तरह देखती हैं?
तीनों फिल्मों के चरित्र अलग अलग है.इनकी आपस में तुलना नहीं की जा सकती.‘जब वी मेट’की गीत अलग थी. ‘सिंघम रिटन्र्स’में अवनी भी शादी करने के लिए तैयार है.‘सिंघम रिटन्र्स’में वह फेमिनिस्ट है,पर ‘जब वी मेट’जैसी नहीं.‘सिंघम रिटन्र्स’में मैं अपनी उम्र का चरित्र निभाया है.‘गोलमाल’में मैं पूरी तरह से ‘टाॅमब्वाॅय’थी.

क्या फिल्म‘‘सिंघम रिटन्र्स’’में कोई इशू भी है?
इस फिल्म में डीसीपी बाजीराव सिंघम तो आम आदमी का हीरो है.वह उन समस्याओं से लड़ता है,जिनसे आम आदमी रिलेट कर सके.इस फिल्म में डीसीपी बाजीराव ब्लैक मनी के खिलाफ जंग लड़ने वाले हैं.इस बार भी बाजीराव सिंघम अपनी स्टाइल में देश से ब्लैकमनी की बुराई का खात्मा करने के लिए देश के दुश्मनों और कुछ राजनीतिक पार्टीयों के साथ भिड़ने वाले हैं. जी हाॅ! इस फिल्म में ब्लैक मनी के साथ साथ राजनीति के धुरंधर नेताओं के जो काले कारनामे हैं, उन पर बात की गयी है.यह आज की तारीख में बहुत ज्वलंत मुद्दे पर आधारित फिल्म है.आप यह कह सकते हैं कि फिल्म ‘सिंघम रिटन्र्स’में समसामायिक इशू को पेश किया गया है. इसी के साथ इस फिल्म में पुलिस कर्मी के काम की सराहना की गयी है.जिस तरह से वह लोगों की सेवा करते हैं, उसका भी सही चित्रण है।

Viewing all articles
Browse latest Browse all 12388

Trending Articles